Written by - Mady Wadkar
भारतीय राजनीती मे जाती और धर्म को लेकर हमेशा से ही गंदी राजनीती होती आयी है. इस प्रकार कि राजनीती मे सबसे उपर नाम हिंदू और मुसलमान का आता है. इसी विषय के आधार पर बहोत लोगों कि राजनीती चली आ रही है. लेकिन इस प्रकार कि राजनीती पे पार्टी चलाने कि रेस मे AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवेसी का नंबर सबसे उपर आता है. आज हम इस ब्लॉग मे असदुद्दीन ओवेसी के राजनीती के बारे मे बात करेंगे.
लेकिन उसके पहले उनकी पार्टी AIMIM के बारे मे जानना जरुरी है. इस पार्टी का निर्माण देश के आजादी से पहले 1927 मे किया गया था. ये पार्टी खास तौर पे हैदराबाद के मुस्लिम वर्ग को संबोधित करती है. उस वक्त हैदराबाद एक सिर्फ एक शहर नहीं था. वो एक देश का बहोत बडा भाग था जिसके अंदर महाराष्ट्र का और कर्नाटक का भी कुछ हिस्सा आता था. ऐसे मे उन दिनो हैदराबाद को एक अलग देश बनाने कि मांग बहोत जोरो पर थी और इसमे AIMIM बहोत जादा अग्रेसर थी. इसी के चलते इस पार्टी के कासीम रिझवी ने सरदार वल्लभभाई पटेल के सामने अपनी इस बात को बहोत ही गर्म मिजाज मे रखा था. पर बाद मे सरदार वल्लभभाई पटेल जी ने हैदराबाद मे ऑपरेशन पोलो चलाते हुए हैदराबाद को भारत मे शामिल कर लिया था. इसी के चलते वहा के लोगों को उकसाने के लिए और अशांती फैलाने के लिए 1948 मे कासीम रिझवी को गिरफ्तार भी कर लिया गया था. पुरे 9 साल 1957 तक कासीम रिझवी को जेल मे रखा गया था. साथ ही AIMIM को बॅन भी कर दिया गया था. जेल से छुटने के तुरंत बाद ही कासीम रिझवी पाकिस्तान भाग गया था.
उसके बाद 1957 मे इस पार्टी का कार्यभार असदुद्दीन ओवेसी के दादाजी अब्दुल वाहीद ओवेसी जी को सौंपा गया. जो एक वकील भी थे और फिर उन्होने इस पार्टी कि कमान संभालते हुए पार्टी को स्थिर बनाया. असदुद्दीन ओवेसी के पिता सलाउद्दीन ओवेसी भी बडे नेता रह चुके है. साल 2004 तक ये चुनाव तडते रहे और फिर उन्होने अपनी सीट अपने बेटे असदुद्दीन ओवेसी को दे दी. बाद मे 2008 मे उनका देहांत हो गया था. उसके बाद से लगातार असदुद्दीन ओवेसी अपनी सीट से जीतते हुए सांसद बने रहे है.
रॉयल फॅमिली से आने वाले असदुद्दीन ओवेसी का जन्म 13 मई 1969 को हुआ था. उन्होने हैदराबाद कि सबसे बडी युनिव्हर्सिटी उस्मानिया युनिव्हर्सिटी से अपनी BA कि पढाई पुरी कर ली थी. क्रिकेट मे बहोत जादा रुची थी. एक तेज गेंदबाज कि तौर पर क्रिकेट खेला करते थे और एक बहोत ही बढिया क्रिकेटर थे. साऊथ झोन युनिव्हर्सिटी टिम मे भी इनको शामिल कर लिया गया था. असदुद्दीन ओवेसी के दॊ भाई है जिनका नाम अकबरुद्दीन ओवेसी और गुरहानुद्दीन ओवेसी है. अकबरुद्दीन ओवेसी का नाम जितना मुश्किल है उतने ही मुश्किल वाले इनके बयान होते है.
असदुद्दीन ओवेसी के 6 बेटे है जिसमे 5 लडकीया और 1 बेटा है. असदुद्दीन ओवेसी अभी AIMIM पार्टी के अध्यक्ष है. AIMIM का पुरा मतलब ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन है. ओवेसी हमेशा से ही हर बात मे हिंदू मुस्लिम कि राजनीती करते नजर आते है. खास करके मोदी सरकार के हर फैसलों के बीच वो इस तरह कि राजनीती करते रहते है और ये बहोत सारी बातों से साबित भी हो जाता है...जैसे के
जब मोदी सरकार पहली बार 2014 मे बनी थी तब राम मंदिर का मुद्दा जोर शोर से चल रहा था. उस वक्त ओवेसी कह रहे थे कि मोदी जी सिर्फ हिंदू वोट के लिए ये सब कर रहे है. मोदी जी हिंदू मुसलमान के बीच तणाव निर्माण करना चाहते है. साथ ही ये भी कहा था के अगर मोदी जी सच मे राम मंदिर बनाना चाहते है तो इस केस कि रोज सुनवाई क्यो नहीं करवाते और जब हर दिन सुनवाई होने लगी तो फिर से कहने लगे कि इसे आनेवाले चुनाव को मध्य नजर रखते हुए ये किया जा रहा है.
ऐसे हि जब मोदी जी ने पुरे देश मे नोटबंदी करायी थी तब असदुद्दीन ओवेसी ने फिर से अपनी जातीय राजनीती दिखाते हुए बँक ATM मशिन्स मे भी हिंदू मुसलमान का रंग देख लिया था. नोटबंदी के दौरान मुस्लीम बहुसंख्य इलाको मे ATM मशिन्स के अंदर जानबुझकर पैसे कम रखने का गंभीर आरोप मोदी सरकार पर लगा दिया था.
मुस्लिम महिला ओंके सम्मान मे बनाये गये ट्रिपल तलाक कानून को भी असदुद्दीन ओवेसी ने मुस्लिम विरोधी कानून करार दे दिया था. जब कि देश कि बहोत सारी मुस्लिम औरतों ने इस कानून का समर्थन किया था.
जब CAA लाया गया तो उसमे भी उन्होने अपनी जातीय राजनीती दिखाते हुए उस कानून के बारे मे कह दिया था के ये कानून सिर्फ हिंदू ओंके लिए बनाया गया है और मुस्लिम धर्म को जानबुझकर इस कानून से दूर रखा गया है. संसद मे जब ये बिल लाया गया था तब असदुद्दीन ओवेसी ने अपना विरोध जताते हुए इस बिल को फाड दिया था. हालाकी इस कानून से किसी भी मुसलमान भाई को किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं था.
खुद को सेक्युलर बताने वाले असदुद्दीन ओवेसी देश मे चल रहे हर मुद्दे पर अपनी राय रखते नजर आते है पर उनके भाई अकबरुद्दीन ओवेसी के विवादित बयान पर चल रहे केस पर उनकी राय पुछी जाती है तो कोर्ट के नतीजे के नाम पर बचते दिखाई देते है.
असदुद्दीन ओवेसी हमारे देश के चुने हुए सांसद है, साथ हि वो एक पढे लिखे और समझदार व्यक्ती है. उनके बात रखने का तरिका और बहस करने कि तरिके का मै व्यक्तीगत रूप से सम्मान करता हू, पर उनकी राजनीती से जुडी ऐसी बहोत सारी बाते है जिनकि मै कडी निंदा करता हू.
वो जिस तरह से हर बात पर जातीय राजनीती करते है मै उसकी कडी निंदा करता हू.
देश कि अंतिम न्यायपालिका सुप्रीम कोर्ट द्वारा याकूब मेमन को फांसी दिए जाने के बाद उसकी फांसी रोखने के लिए रात के 3 बजे तक सुप्रीम कोर्ट मे अपील करना और फांसी होने के बाद ये कह देना के याकूब मेमन को फांसी इसलिये दी गयी क्यों कि वो मुस्लिम थे...मै इस बात कि कडी निंदा करता हू.
देश कि सबसे बडी न्यायपालिका सुप्रीम कोर्ट द्वारा देश के सबसे बडे केस का यानी कि राम मंदिर का फैसला हिंदू ओंके पक्ष मे दिये जाने के बाद कोर्ट द्वारा मुस्लिम भाइयों को मस्जिद के लिए 5 एकर जमीन दी जाती है तो असदुद्दीन ओवेसी का उसे खैरात कह देना...मै इस बात कि कडी निंदा करता हू.
ऐसे हि बहोत सारी बाते है जिनकी मै कडी निंदा करता हू. आप क्या सोचते है असदुद्दीन ओवेसी के बारे मे आप हमे नीचे कंमेंट बॉक्स मे जरूर बतायें.
जय हिंद....जय भारत
English Translation -
Asaduddin Ovaisi
There has always been dirty politics in Indian politics and religion. In this way, the name Hindu and Muslim comes at the top of politics. On the basis of this topic, the politics of a lot of people is going on. But in this race, in the race to run a party on politics, the number of AIMIM President Asaduddin Owaisi comes top. Today we will talk about the politics of Asaduddin Owaisi in this blog.
But before that it is important to know about his party AIMIM. This party was formed in 1927 before the country's independence. This party specifically addresses the Muslim section of Hyderabad. At that time Hyderabad was not just one city. It was a large part of a country in which some part of Maharashtra and Karnataka also used to come. In such a situation, the demand for making Hyderabad a separate country was in full swing and AIMIM was much more forward in this. Due to this, Kasim Rizvi of this party had kept this thing very hot in front of Sardar Vallabhbhai Patel. But later Sardar Vallabhbhai Patel ji had included Hyderabad in India by running Operation Polo in Hyderabad. Due to this, Kasim Rizvi was also arrested in 1948 for inciting the people of there and for spreading unrest. Kasim Rizvi was kept in jail till 9 years 1957. Also, AIMIM was also banned. Soon after his release from prison, Kasim Rizvi fled to Pakistan.
After this, in 1957, the responsibility of this party was assigned to Abdul Wahid Owaisi, grandfather of Asaduddin Owaisi. Who was also a lawyer and then he took the command of this party and made the party stable. Asaduddin Owaisi's father Salauddin Owaisi has also been a big leader. These elections continued till the year 2004 and then he gave his seat to his son Asaduddin Owaisi. He later died in 2008. Since then, Asaduddin Owaisi has been an MP, winning from his seat.
Asaduddin Owaisi, born from the Royal Family, was born on 13 May 1969. He completed his BA from Osmania University, the largest university in Hyderabad. There was a lot of interest in cricket. He used to play cricket as a fast bowler and was a very good cricketer. He was also included in South Zone University Tim. Asaduddin Owaisi has two brothers named Akbaruddin Owaisi and Gurhanuddin Owaisi. Akbaruddin Owaisi's name is as difficult as his statements are.
Asaduddin Owaisi has 6 sons, including 5 girls and 1 son. Asaduddin Owaisi is currently the president of the AIMIM party. The full meaning of AIMIM is All India Majlis a Ittehadul Muslimeen. Owaisi has always been seen doing politics of Hindu Muslims in everything. Especially in every decision of Modi government, they keep doing this kind of politics and this is proved by many things as well… like
When the Modi government was first formed in 2014, the Ram temple issue was going on loudly. At that time, Owaisi was saying that Modi ji is doing all this only for the Hindu vote. Modi ji wants to build tension among Hindu Muslims. Along with this it was also said that if Modi ji wants to build Ram temple in truth then why do not get the case heard every day and when the hearing starts every day, then again he started saying that it should be done keeping a close watch on the upcoming election. Used to be.
In this way, when Modi ji made demonetisation in the whole country, then Asaduddin Owaisi again showed his caste politics and saw the color of Hindu Muslim in ATM machines. During the demonetisation, the Modi government had made a serious charge of deliberately keeping less money inside ATM machines in majority areas.
The Triple Divorce Act, made in honor of a Muslim woman, was also declared by Asaduddin Owaisi to be an anti-Muslim law. While many Muslim women of the country supported this law.
When CAA was brought in, he also showed his ethnic politics and said about the law that this law is made only for Hindus and Muslim religion is deliberately kept away from this law. When this bill was introduced in the Parliament, Asaduddin Owaisi, while expressing his opposition, tore the bill. However, this law did not pose any threat to any Muslim brother.
Asaduddin Owaisi, who describes himself as secular, is seen to have his opinion on every issue going on in the country, but if his opinion is asked on the case going on the disputed statement of his brother Akbaruddin Ovesi, then he appears to be escaping in the name of the result of the court.
Asaduddin Owaisi is the elected MP of our country, he is a well-written and intelligent person. I personally respect his way of talking and arguing, but there are many things related to his politics which I strongly condemn.
I strongly condemn the way they do caste politics on everything.
After the execution of Yakub Memon by the Supreme Judiciary Supreme Court of the country, to appeal to the Supreme Court to stop his hanging till 3 o'clock in the night and to say that after hanging, Yakub Memon was hanged because he was a Muslim Were ... I strongly condemn this.
The largest judiciary in the country is the Supreme Court by the Supreme Court, that after the verdict of Ram temple in favor of the Hindu, the court gives 5 acres of land for the mosque to the Muslim brothers, then Asaduddin Owaisi should call it a bailout. ... I strongly condemn this.
There are so many things that I strongly condemn. What do you think about Asaduddin Owaisi, you must tell us in the comment box below.
Jai Hind...Jai Bharat
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